यह ब्लॉग अठन्नी वाले बाबूजी उपन्यास के लिए महाराष्ट्र हिन्दी अकादमी का बेहद कम उम्र में पुरस्कार पाने वाले युवा साहित्यकार,चिंतक,पत्रकार लेखक पवन तिवारी की पहली चर्चित पुस्तक "चवन्नी का मेला"के नाम से है.इसमें लिखे लेख,विचार,कहानी कविता, गीत ,गजल,नज्म व अन्य समस्त सामग्री लेखक की निजी सम्पत्ति है.लेखक की अनुमति के बिना इसका किसी भी प्रकार का उपयोग करना अपराध होगा...पवन तिवारी

सोमवार, 28 अगस्त 2017

प्यार वो है जो सुख को बढ़ा देता है






















प्यार वो है जो दुःख को भुला देता है 
प्यार वो है जो सुख को बढ़ा देता है
मौसम के वो मज़े को चढ़ा देता है
मरते मन में भी जीवन जगा देता है

प्यार तो चाहने से है मिलता नहीं
कोशिशों से भी ये काम बनता नहीं
ये तो उपहार ईश्वर का अनमोल है
पुण्य संचित न हो तो ये मिलता नहीं

मणि व माणिक ये मोती से भी कीमती
भाग्य उत्तम न हो तो नहीं मिलती
सबसे है भाग्यशाली प्रणय पाया जो
देवों के उपवन में भी नहीं मिलती

पवन तिवारी
सम्पर्क-  7718080978

poetpawan50@gmail.com

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