आइये-आइये, बस चले
आइये
आप आयेंगे संग, सारा
जग आयेगा
स्वर बिखेरेंगे
जब,प्रेम के राग का
प्रेममय सारा अंचल,
ये हो जाएगा
स्वर के इस धाम में,
दिल के इस ग्राम में
शारदा आयेंगी तो,
नहीं होगा क्या
सारे परिवेश में,
श्लोक ही गूंजेगा
इसका कण-कण भी,
देवत्व पा जाएगा
शारदा पुत्र से, इक
सदाचारी से
मिलके सबका ह्रदय,
हुलसिता जाएगा
ज्ञान संगीत का,
आगमन जो हुआ
फिर तो सब पावन-पावन,
ही हो जाएगा
पवन तिवारी
सम्पर्क -7718080978
poetpawan50@gmail.com
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