छेड़ो कोई नयी बात वो
पुरानी हो गयी
इतनी हुई पुरानी कि
कहानी हो गयी
गम को झटक के जुल्फ सी
उड़ने लगी है वो
हँसती है बिना बात
की दीवानी हो गयी
हर बात का ज़वाब वो
देती थी ही खुलके
पूछा हुआ क्या प्यार पानी-पानी हो गयी
बच्ची वो कल तलक जो
हर बात पर हँसती
अब जिम्मेदारी आते
ही वो नानी हो गयी
अपने पे पड़े तो उसे
कुछ सूझती नहीं
देती सलाह ऐसे जैसे ज्ञानी हो गयी
वो आम सी लड़की थी
उसे प्यार क्या हुआ
सारी कहानियों में पवन
रानी हो गयी
पवन तिवारी
संवाद – ७७१८०८०९७८
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