यह ब्लॉग अठन्नी वाले बाबूजी उपन्यास के लिए महाराष्ट्र हिन्दी अकादमी का बेहद कम उम्र में पुरस्कार पाने वाले युवा साहित्यकार,चिंतक,पत्रकार लेखक पवन तिवारी की पहली चर्चित पुस्तक "चवन्नी का मेला"के नाम से है.इसमें लिखे लेख,विचार,कहानी कविता, गीत ,गजल,नज्म व अन्य समस्त सामग्री लेखक की निजी सम्पत्ति है.लेखक की अनुमति के बिना इसका किसी भी प्रकार का उपयोग करना अपराध होगा...पवन तिवारी

सोमवार, 10 अप्रैल 2017

कृपा करो हनुमान













हर दुखिया के हो तुम अपने  

करते कष्ट निदान
अंजनि नन्दन दुःख के भंजन
सबसे प्रिय तुम्हें राम ..... कृपा करो हनुमान

अजर अमर हे मारुति नन्दन
करते हैं सब तुम्हरे वंदन
सब मंगल कर देने वाले
दुर्गम काज बनाने वाले ..... कृपा करो हनुमान

प्रभु जी खड़ा मैं तुम्हरे द्वारे
बिगड़े काज बनाओ सारे
हम हैं प्रभु जी तुम्हरे सहारे
कृपा करो हे ईष्ट हमारे ..... कृपा करो हनुमान

दीनदयाल दया के नायक
प्रेम करें तुमको रघुनायक
सुर नर मुनि सबके हित नायक
कृपा करो हम हों कुछ लायक ..... कृपा करो हनुमान


सम्पर्क - 7718080978

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