ऐसे लोगों पर
हँसी आती है,
आता है,
कभी-कभी गुस्सा भी!
जो सोचते हैं
या बात करते हैं,
मरने के बारे में
मरना तो है ही
मौत निश्चित है!
मारने वाला
अपने समय पर आयेगा
और
मार कर चला जाएगा.
इसलिए कहता हूँ,
जब तक वो नहीं आता
ख़ूब जियो और
सार्थक जिन्दगी के बारे
में
तरकीबें निकालो !
जितने दिन जिन्दगी
तुम्हारे साथ है.
उसके साथ
ऐसा व्यवहार करो कि
तुम्हारे बारे में
तुम्हारे मर जाने के
बाद भी
तुम पहले से अधिक
ज़िंदा रहो.
लोगों के साथ,
लोगों के बीच,
तुम्हारी चर्चा
तुम्हारे होने के
समय से भी
कई-कई गुना, रोज-रोज
हो !
पवन तिवारी
संवाद – ७७१८०८०९७८
२५/०९/२०२०
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