सोमवार, 24 मई 2021

मैं चाहता हूँ ज़िन्दगी

मैं चाहता हूँ ज़िन्दगी

मेरे साथ बीते

मुझसे बतियाते हुए

मेरा और अपना

सब कुछ साझा करते हुए

किन्तु वह कट रही है

किसी और के साथ

और मैं अकेले बीत रहा हूँ

यह अकेले बीतना ही

ज़िन्दगी की त्रासदी है

और इससे बचते हुए

बीतना सुखद ज़िन्दगी  


पवन तिवारी 

संवाद - 7718080978

 

 

१/६/२०२०, अलाउद्दीनपुर

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें