रविवार, 26 अगस्त 2018

पढ़ा–लिखा हो देश हमारा


























पढ़ा–लिखा परिवार हमारा
चमके चहुँ शिक्षा का तारा
शिक्षा है तो सब संभव है
शिक्षा जीवन का उजियारा

घर - घर में शिक्षा की बाती
शिक्षा सबकी  बन जाए थाती
अन्धकार  बिन  शिक्षा जीवन
बिन शिक्षा सद दृष्टि न आती

सुनना - गुनना  है जीवन को
तो पढना लिखना जन-जन को
जो  शिक्षा पूरे मन से गहेगा
वो समझेगा जन गण मन को

हम चाहें जो  भारत न्यारा
विश्व  गुरु हो , देश हमारा
तो सब मिलकर पढ़ो पढ़ाओ
पढ़ा - लिखा हो देश हमारा

पवन तिवारी
सम्वाद – ७७१८०८०९७८
अणुडाक - poetpawan50@gmail.com  

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