दीप जले हो नाश
तिमिर का
अंतर्मन में हो
उजियारा
कष्ट हरो लक्ष्मी
नारायण
ज्योंतिर्मय हो जीवन
सारा
ज्ञान की ज्योंति
जले भारत में
उससे दमके ये जग
सारा
ये दीपावली पावन
पर्व है
सब हों पावन ध्येय
हमारा
सबका मंगल सत्य की
जय हो
दीपावली का एक ही
नारा
पवन
तिवारी
सम्पर्क - 7718080978
poetpawan50@gmail.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें