गुरुवार, 14 जुलाई 2022

भारत में साहित्यकार

भारत में साहित्यकार

एक अजीब चीज होते हैं !

जब वे ज़िन्दा होते हैं

मरे मरे से होते हैं;

हाँ, मरने पर

ज़िन्दा हो जाते हैं !

 और फिर महान,

और फिर देवता से –

उनके नाम पर

होते हैं पुरस्कार,

भवन, सड़कें, उन पर

लिखा जाता है बेतहाशा !

लगातार होता है शोध ,

उनके नाम पर बसते हैं नगर

जैसे- ‘निराला नगर’ !

 

पवन तिवारी

२६/१२/२०२१

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