शुक्रवार, 4 मार्च 2022

अपनी शर्त पर

जो अपने मन का

चाहता है करना

जो अपनी शर्तों पर

या बिना शर्त के

चाहता है अपनी पसंद !

जो कह देता है,

जो उसे कहना है !

बिना हानि-लाभ के .

जोड़ – घटाव के बिना

जिसकी जिह्वा फिसलती नहीं है

उसका रास्ता बिल्ली से अधिक

लोग काटते हैं

फिर भी यदि वह

वह हो जाता है  जो,

चाहता है वह होना

फिर लोग चाटते हैं तलवा

बिना किसी स्वाद के !

 

पवन तिवारी


१६/०१/२०२२

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें