सोमवार, 30 सितंबर 2019

यूँ ही बनती है बात


यूँ ही बनती है बात यूँ ही बनाते रहिये
आयेगा दिल किसी का बस यूं ही गाते रहिये

किसी को तेल लगाने की जरूरत क्या है
फूल सरसो के मगर यूं ही खिलाते रहिये

दोस्ती ना सही दुश्मन भी न होंगे कोई
आते - जाते हुए तो हाथ मिलाते रहिये

प्यार से कम नहीं होनी भी दोस्ती उनसे
आते-जाते हुए घर उनके भी जाते रहिये

प्यार में मस्का लगाओ तो मजा आता है
मान जाती हैं पवन दिल से मनाते रहिये


पवन तिवारी
संवाद – ७७१८०८०९७८
अणु डाक – पवनतिवारी@डाटामेल.भारत  

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