शुक्रवार, 28 सितंबर 2018

जय माँ दुर्गे जय जगदम्बे


जय माँ दुर्गे  जय  जगदम्बे
कष्ट  निदान  करो हे अम्बे

अष्टभुजी  जग  जननी माता
तुम्हरी भक्ति भजन हूँ गाता

दीन-दयाल  दया  की सागर
पूजें तुम्हें खुद गिरधर नागर

महाशक्ति, महाकाली , माया
निर्धन अपढ़ पे कर दो दाया

उग्रा , उमा , अजा  हे माता
शोक हरो तुम हो   सुखदाता

कामाक्षी , कालिका  व काली
भद्रा ,  भवानी   व   काली

नाम  अनंत  तुम्हारे   माता
सुख  समृद्धि  सभी की दाता

पूजा  अर्चन  अधम न  जाने
तुम  हमरी  बस तुमको जाने

कृपा  करो  जगदम्बा  गौरी
योगिनी  सिंहस्थ  परमेश्वरी

अपराजिता , अपर्णा ,  जननी
भक्ति का वर दो माँ पंचाननी

पवन तिवारी
संवाद – ७७१८०८०९७८
अणु डाक – poetpawan50@gmail.com





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