सोमवार, 22 जनवरी 2018

शारदे माँ

























गीत दे,संगीत दे, साहित्य तेरी अनुचरी
भावना, संवेदना, करुणा भी तेरी सहचरी

ज्ञान हो या विवेक तेरी कृपा से मिलता है माँ
आदमी तेरी कृपा से आदमी बनता है माँ

प्रेमचन्द,विवेकानन्द तो दयानन्द व घनानन्द
मीरा,सूर,कबीर,रहिमन तानसेन तेरे ही नन्द

हो कृपा जिस पर तेरी वो जग प्रशंसित नर रहे
कालीदास व दास तुलसी भी तो तेरे वर रहे

जो भी तेरी शरण आया माँगे बिन ही बहुत पाया
विद्यापति,मैथिली,दिनकर ने भी सब तुझसे ही पाया

मैं भी तेरी शरण आया , तेरी चौखट सर नवाया
कर कृपा मुझ पर भी माता आया तेरे द्वार आया

शारदे माँ , तार दे, व्यवहार दे , आचार दे
प्रेम,धैर्य व शौर्य दे माँ,भक्ति भाव विचार दे

पवन तिवारी
सम्पर्क – 7718080978
poetpawan50@gmail.com      



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