बुधवार, 12 अक्तूबर 2016

तोंहसे मिलै के खातिर रहली बेकरार सजनी

तोंहसे मिलै के खातिर रहली बेकरार सजनी.
पइसा मेला लइके अइली हम उधार सजनी.

हम्मै तोहसे करैके रहल प्यार सजनी.
तब्बै तोंहसे मिले अइली नद्दी पार सजनी.

तोंहसे प्यार हवै तोंहपे हवै गुमान सजनी.
तोहरे खातिर सबके ठोकीला सलाम सजनी.

वैइसै हमरो बाटै बहुतै सम्मान सजनी.
पर प्यार पे अपने हौउवै सब कुर्बान सजनी.

तोहरे बिना बाटै जिनगी बेकार सजनी.
तोंहैं पाइब बनि जाई घर संसार सजनी.  
poetpawan50@gmail.com

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें