यह ब्लॉग अठन्नी वाले बाबूजी उपन्यास के लिए महाराष्ट्र हिन्दी अकादमी का बेहद कम उम्र में पुरस्कार पाने वाले युवा साहित्यकार,चिंतक,पत्रकार लेखक पवन तिवारी की पहली चर्चित पुस्तक "चवन्नी का मेला"के नाम से है.इसमें लिखे लेख,विचार,कहानी कविता, गीत ,गजल,नज्म व अन्य समस्त सामग्री लेखक की निजी सम्पत्ति है.लेखक की अनुमति के बिना इसका किसी भी प्रकार का उपयोग करना अपराध होगा...पवन तिवारी
रविवार, 18 अक्टूबर 2015
हमारी फिल्म ''गोल्डन रेज ऑफ़ स्लम ज्वेल्स''
मित्रों आज के हिन्दी सामना में हमारी फिल्म ''गोल्डन रेज ऑफ़ स्लम ज्वेल्स'' की खबर प्रकाशित हुई है
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