यह ब्लॉग अठन्नी वाले बाबूजी उपन्यास के लिए महाराष्ट्र हिन्दी अकादमी का बेहद कम उम्र में पुरस्कार पाने वाले युवा साहित्यकार,चिंतक,पत्रकार लेखक पवन तिवारी की पहली चर्चित पुस्तक "चवन्नी का मेला"के नाम से है.इसमें लिखे लेख,विचार,कहानी कविता, गीत ,गजल,नज्म व अन्य समस्त सामग्री लेखक की निजी सम्पत्ति है.लेखक की अनुमति के बिना इसका किसी भी प्रकार का उपयोग करना अपराध होगा...पवन तिवारी
मंगलवार, 27 अक्टूबर 2015
कथा संग्रह चवन्नी का मेला की कहानी पर आधारित फिल्म ......स्लम ज्वेल्स
दैनिक पंजाब केसरी के दिल्ली संस्करण में 25 अक्तूबर 2015 को गोल्डन रेज ऑफ़ स्लम ज्वेल्स की ख़बर
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