बुधवार, 18 सितंबर 2024

जो आप से



जो आप से,

औपचारिक विनम्रता

ओढ़कर मिलता है !

और आप की

हर बात / आग्रह पर

मुस्करा कर

हाँ, हाँ, कहता है,

आप उससे उसी तरह

मुस्करा कर विदा हों !

और भुला दें !

यदि आप ने

उस पर किया विश्वास

या अपेक्षा तो

वह आप की

अपेक्षा के समय

सबसे पहले मुकरेगा !

और उसे झुँझलाकर

छल या धोखा कहोगे !

धोखा तो-

उसी क्षण हुआ होगा,

जिस क्षण आप ने

उस पर

विश्वास किया होगा !

 

पवन तिवारी

१६/०९/२०२४  

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