मंगलवार, 12 जुलाई 2022

आज फिर हूक

आज  फिर  हूक  उठ  रही  है

जैसे  मेरी  रूह  जल  रही  है

उसने कुछ इस तरह छला था

धड्कन अब तक धधक रही है

जाने क्यों फिर से लग रहा है

किसी को फिर से छल रही है  

 

पवन तिवारी

०५/११/२०२१

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