सोमवार, 20 जून 2022

प्रेम बिना बेकार रहेंगे

प्रेम    बिना    बेकार   रहेंगे

तुम   बिन  कैसे  यार  रहेंगे

सारी   बातें  एक   तरफ हैं

हम  तुम्हरे  ही  प्यार  रहेंगे

 

प्रेम है  सौ  - सौ  बार  कहेंगे

इसके लिए सब कुछ ही सहेंगे

दरबानी  स्वीकार  है  हमको

प्रेम   के   ही   दरबार  रहेंगे

 

सरिता  सा  हम  साथ बहेंगे

पर्वत   सा  हम  साथ  ढहेंगे

मरने  से  ज्यादा  क्या होगा

अंत  समय  तक  साथ रहेंगे

 

पवन तिवारी

०१/०९/२०२१

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