सोमवार, 21 जून 2021

दुःख देने की अपनी खुमारी

दुःख देने की अपनी खुमारी

सबकी  बारी,  बारी – बारी

दुःख देने वालों को मिलती

सबसे सुंदर वक़्त की गारी

 

दुःख जीवन का असली साथी

सुख की तो  छोटी सी बाती

दुःख का निराकरण ही सुख है

फिर भी दुनिया सुख–सुख गाती

 

सुख-दुःख जीवन भर रहता है

ये  सारा  जग  भी कहता है

फिर भी हम केवल सुख चाहें

स्वारथ का  मन  यूं बहता है

 

सबको सम होकर स्वीकारो

थोड़ा - थोड़ा मन को मारो

करना मुश्किल कहना आसाँ

पर प्रयास  से  जीवन तारो

 

पवन तिवारी

संवाद – ७७१८०८०९७८

३१/०७/२०२०     

 

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