शनिवार, 24 जून 2017

होठों पे प्यार का तूँ पैगाम लिख दे














 होठों पे प्यार का तूँ पैगाम लिख दे 
मेरे होंठो पे आ अपना नाम लिख दे||

सुनता हूँ तूं कवितायें बहुत लिखती है
मेरे दिल पे भी  कोई  कलाम लिख दे||

तूं बहुत चाहती मुझको देना अगर
बस मेरे नाम अपनी इक शाम लिख दे||

मुझको लिखना नहीं तूँ कोई लंबा ख़त
लिखना है तो बस दिल मेरे नाम लिख दे||

बड़े अदब से तूँ करती सलाम बहुत है
प्यार के भी नाम इक सलाम लिख दे ||


प्यार करने की फुर्सत न दे काम जो  
तो मेरे नाम अपने सब काम लिख दे ||

जब दस्तावेज़ प्यार  का है सामने पड़ा
ऐसे में ‘पवन’ नाम सरेआम लिख दे ||

पवन तिवारी
सम्पर्क- 7718080978
poetpawan50@gmail.com

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