बुधवार, 22 मार्च 2017

अपनी मोहब्बत की बस इतनी सी कहानी है

















तेरी पाक मोहब्बत जो मेरे दर पे आई
तो लगा जैसे खुदा की इबादत हो गई

वो बेसाख्ता बस बोले जा रही थी
मैनें कहा मोहब्बत तो चुप हो गयी

अपनी मोहब्बत की बस इतनी सी कहानी है
बस दो बार आईं – गईं और हो गई

मोहब्बत के बीच जब दुश्मनों की बात चली
बेसाख्ता वे बोल पड़े छोड़ो न यार बात पुरानी हो गई

तुम मिली जो जिन्दगी में जिंदगानी हो गई
जिन्दगी पूरी मेरी सुन्दर कहानी हो गई


पवन तिवारी

सम्पर्क -7718080978

poetpawan50@gmail.com

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें