शुक्रवार, 20 जनवरी 2017

इक प्यार में ही ऐसा करम होता है


                                                गीत


इक प्यार में ही ऐसा करम होता है
एक को घाव लगती है,दर्द दूजे को होता है 


किसी का भार ढोने में बड़ा ही गर्व होता है
किसी का साथ देने में बड़ा आनन्द होता है 


इक दूजे की खातिर पंगा लेने का जज्बा
इक दूसरे के वास्ते कुर्बानी का जज़्बा


जनमों-जनम साथ जीने मरने का वादा
दुश्मन जमाने से भी मजबूत इरादा 


इक दूजे की खातिर छूटे दो-दो घर परिवार
महल अटारी छोड़ के भटके बस्ती जंगल यार 


रुखा-सूखा खाकर भी करें गुजारा यार
गली-गली की ख़ाक छाने दर-दर भटके यार 


फिर भी हार मानें यारों ऐसा होता प्यार ........ 

poetpawan50@gmail.com

सम्पर्क-7718080978

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